info@example.com +1 5589 55488 55

History

समाज की कूलदेवियां गौत्र तथा कूल देवियों के स्थान

 
खण्डेलवाल वैश्य समाज में 72 गौत्र हैं। आज समाज में गौत्र एक सूत्र का काम करता है
आजकल तो यह भी प्रथा प्रचालित हो गई कि व्यक्ति अपने नाम के आगे अपना उपनाम का उल्लेख भी करते है। अपने-अपने गौत्रों की कुल माताऐं अलग-अलग होती है। जिनके पूजन का बच्चे के जन्म से विवाह तक बहुत महत्व होता है। हमारे 72 गौत्रों में 37 भिन्न-भिन्न माताऐं है। जिनमे जीणमाता 13 गौत्रों की सुखण्ड और बमूरी 7-7 गौत्रों में पूजक है। प्रति वर्ष अश्विवन की नवरात्रि मे अष्टमी के दिन इन देवियों का प्रत्येक घर मे पूजन का विधान है। इसके अतिरिक्त यद्यति मुण्डन भी कुल देवी के समक्ष ही होने का विधान हैं। लेकिन दुरी तथा बदलती हुई परिस्थितियों के कारण आजकल इसका कठिनता से पालन होना सम्भव नहीं रहा है। फिर भी इन देवियों का पूजन बडी श्रद्धा व पवित्रता के साथ किया जाता है। धार्मिक कार्यों में इसका सबसे अधिक ध्यान रखा जाता है। विवाह मानव के जीवन का सबसे महत्पूर्ण संस्कार है तथा इस संस्कार के लिये भी गौत्र का बहुत महत्वपूर्ण है विवाह में स्वंय का तथा माता का गोत्र टालकर विवाह किया जाता है ।
है। विवाह के समय भी पहले चार गौत्र टालकर विवाह सम्बन्ध होते थे लेकिन आज बदलते हुए जमाने में दो गोत्र टाले जाते है।

कुल देवियां, गौत्र एवं उनके स्थान

(1)कपासन माता - गोत्र -खूंटेटा । कुल देवी
स्थान- जयपुर जिले में शाहपुरा अलवर रोड
पर बैराठ के पास मेड गांव में स्थित है।
(2)माखद माता- गौत्र - सेठी, बैद । कुल देवी  स्थान- जयपुर जिले में कोटपुतली से नीम का थाना रोड पर गावडी गांव के पास स्थित है।

(3)सिरसा माता - गौत्र- बडाया, बूसर, माली, बावरिया। कुल देवी स्थान- अलवर जिले में दौसा से अलवर रोड पर गोला का बास के के आगे पहाड में गुफा में  स्थित है।

(4)सेंतलवास माता- गौत्र - धामाणी, राजोरिया ,भांगला। कुल देवी स्थान- सीकर जिले के खण्डेला गांव में चारोडा के पास ओमा माली  के खेत में स्थित है।

(5)शाकम्भरी माता - गौत्र- डंगायच । कुल देवी स्थान- सीकर जिले के खण्डेला से उदयपुर वाटी होते हुए 16 किमी आगे की ओर स्थित है।

(6)चांवड (चामुंडा) माता, गौत्र- झालाणी। कुल देवी  स्थान- अजमेर में फाई सागर रोड पर सी आर पी एफ कैम्प के पास पहाड़ी पर स्थित है।
(7)वतवीर माता, गौत्र- माठा। कुल देवी स्थान- सीकर जिले में खण्डेला गांव से चारोडा के पास स्थित है।
(8)नीमवासिनी, (गाववासिनी) - गौत्र- बीमवाल, (बैवाल)। कुल देवी स्थान- सीकर जिले में खण्डेला गांव से खण्डेला धाम पर स्थित है।
(9)बमूरी माता, गौत्र- नारायणवाल, घीया, जसोरिया,फरसोईया, ठाकुरिया। कुल देवी स्थान- सीकर जिले  जीण माता मन्दिर के नीचे तहखाने में स्थित है।
(10)औरल माता, गौत्र- रावत । कुल देवी स्थान-सीकर जिले में खण्डेला गांव में रसेडा तालाब के किनारे स्थित है।
(11)आमण माता, गौत्र- आमेरिया, भुखमारिया, माणक बोहरा । कुल देवी स्थान- जयपुर जिले में मनोहरपुर
(18 किमी दूर) के पास दूदी आमलोदा गांव स्थित है।
(12)तिलोधहड माता, गौत्र- आकड। कुल देवी स्थान- सीकर जिले के खण्डेला गांव स्थित रसेडा तालाब के निकट हनुमान जी के मन्दिर के पास, बड के पेड के नीचे स्थित है।
(13)मण्डेर माता, गौत्र- पाबूवाल । कुल देवी स्थान- सीकर जिले में खण्डेला गांव में रसेडा तालाब रोड पर स्थित है।
(14)सावरदे माता, गौत्र- बम्ब | कुल देवी स्थान- जयपुर में जमवारामगढ रोड पर बन्ध घाटी जलमहल के पीछे स्थित है।
(15) नागिन माता, गौत्र- ताम्बी, बुढवारिया
कुल देवी स्थान- जयपुर जिले में अमरसर के पास नायन गांव के खेत में स्थित है।
(16)समगरा (करसट) माता, गौत्र- सिरोहिया। कुल देवी स्थान- सीकर जिले में खण्डेला गांव में खण्डेला धाम पर स्थित है।
(17)डावरी माता, गौत्र- धौंकरिया। कुल देवी स्थान- झुन्झुनू जिले में रघुनाथगढ गांव से 6 किमी आगे डाबरी गांव में स्थित है। (फतेहपुर शेखावटी)
(18)अमरल (नोसल), गौत्र- मेठी । कुल देवी स्थान- अजमेर जिले में किशनगढ से रूपनगढ होते हुए नौसल गांव में स्थित है।
(19)आंतेन माता (आंतन), गौत्र-कटटा, टोडवाल, नैनीवाल। कुल देवी स्थान- जयपुर जिले में चौमूं से वीर हनुमान जी रोड पर स्थित है।
(20)जमबांध (जमहाई) माता, गौत्र- बढेरा । कुल देवी स्थान- जयपुर जिले में जमवारामगढ बांध के आगे स्थित है।
(21)सरूण्ड माता - गौत्र- अटोलिया, बडगौती, हल्दिया,कूलवाल, झंगीनिया, मामोडिया । कुल देवी स्थान - जयपुर जिले में कोटपुतली से नीम का थाना रोड पर सरूण्ड गांव की पहाड़ी पर स्थित है।
(22)चामुण्डा माता, गौत्र- महरवाल, सांभरिया, सिंगोदिया। कुल देवी स्थान- सीकर जिले के खण्डेला गांव में पहाड़ी पर स्थित है।
(23)कोलाईन माता, गौत्र- बाजरंगान । कुल देवी स्थान- अलवर जिले में हमीरपुर गांव में पहाड़ी पर स्थित है।
(24)नन्दभगौनी (दांत) माता, गौत्र- किलकिलिया। कुल देवी स्थान- जयपुर जिले में जमवारामगढ गांव में पहाड़ी के उपर स्थित है।
(25)विरहल (ललता) माता, गौत्र- गोलिया। कुल देवी स्थान- सीकर जिले के खण्डेला बरसिंहपुरा रोड से अन्दर रामू अहीर के खेत में स्थित है।
(26)जीण माता, गौत्र- नाटाणी, दुसाद, कायथवाल,पाटोदिया, कासलीवाल, टटार, खारवाल, भण्डारिया, तमोलिया, लाभी, सांखूनियाँ, शाहरा, सोनी। कुल देवी स्थान- सीकर जिले में गौरियों से रेवासा होते हुए  15 किमी आगे स्थित है।
(27)बडवासिनी माता, गौत्र- पीतलिया। कुल देवी स्थान- दौसा से आगे सिकन्दरा से गंगापुर रोड पर कैलादेवी के पास स्थित है। (धोलगढ़)
(28)बरसठ (कुलसठ) माता, गौत्र- सौंखिया।  कुल देवी स्थान- दौसा जिले में बसवा में झालाणी मौहल्ले में पारासर के मकान में स्थित है।
(29)नावड माता, गौत्र- केदावत, ओढ । कुल देवी स्थान- अलवर जिले में अलवर शाहपुरा रोड पर थाना गाजी के पास तालवृक्ष के पास स्थित है।
(30)मितर माता, गौत्र- काठ। कुल देवी स्थान- अलवर जिले में राजगढ के पास माचेडी गांव में स्थित है।
(31)कनकस (धौलागढ) माता, गौत्र - कोडिया।
कुल देवी स्थान- अलवर जिले में लक्ष्मणगढ 
के पास धौलागढ की पहाड़ी पर स्थित है।
(32)सार माता, गौत्र - माचीवाल, बनावडी । कुल देवी स्थान– झुन्झुनू जिले में मुकन्दगढ के पास राजपुरा गांव में स्थित है।
(33)विनजिल (वृन्दावती) माता, गौत्र- डांस।। कुल देवी स्थान- सवाई माधोपुर जिले के बौंली गांव में संस्कृत कॉलेज के पास बगीची में स्थित है।।
(34)ढकवासन माता, गौत्र- मंगोडिया (मंगोडरिया ) । कुल देवी स्थान- अलवर जिले में बहरोड से आगे तातारपुर चौराहे से एक किलोमीटर पहले स्थित है।

(35)भंवर कठेर (बांकी) माता, गौत्र- खटोडिया |(कठोरिया)। कुल देवी स्थान- जयपुर जिले में जमवारामगढ़  तहसील में रायसर गांव में पहाड़ी पर स्थित है।
(36)वक्र (समोखण) माता, गौत्र- बटवाडा,
नैनावा। कुल देवी स्थान- अलवर जिले के
राजगढ़ के पास माचेडी गांव में स्थित है।

(37)सगरदे माता, गौत्र- मानकबोहरा ।